مَنَّاعٍ لِلْخَيْرِ مُعْتَدٍ مُرِيبٍ 25
जो (वाजिब हुकूक से) माल में बुख्ल करने वाला हद से बढ़ने वाला (दीन में) शक़ करने वाला था