قُلِ اللَّهَ أَعْبُدُ مُخْلِصًا لَهُ دِينِي 14
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि मैं अपनी इबादत को उसी के वास्ते ख़ालिस करके खुदा ही की बन्दगी करता हूँ (अब रहे तुम) तो उसके सिवा जिसको चाहो पूजो