فَذَرْهُمْ فِي غَمْرَتِهِمْ حَتَّىٰ حِينٍ 54
तो (ऐ रसूल) तुम उन लोगों को उन की ग़फलत में एक ख़ास वक्त तक (पड़ा) छोड़ दो