هَلْ فِي ذَٰلِكَ قَسَمٌ لِذِي حِجْرٍ 5
अक्लमन्द के वास्ते तो ज़रूर बड़ी क़सम है (कि कुफ्फ़ार पर ज़रूर अज़ाब होगा)