فَقُولَا لَهُ قَوْلًا لَيِّنًا لَعَلَّهُ يَتَذَكَّرُ أَوْ يَخْشَىٰ 44
फिर उससे (जाकर) नरमी से बातें करो ताकि वह नसीहत मान ले या डर जाए